Best Hindi Status in Hindi Font
मुकद्दर में लिखा के लाये हैं दर-ब-दर भटकना.. मौसम कोई भी हो परिंदे परेशान ही रहते हैं...
" बात " उन्हीं की होती है, जिनमें कोई " बात " होती है..!
वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी ...... फिर क्यों उसे "चाँद" और मुझे "आवारा" कहते हैं लोग .... ?
उसके हाथ की गिरिफ्त ढीली पड़ी तो महसूस हुआ यही वो जगह है जहाँ रास्ता बदलना है...
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे शाख़ों से टूट जाये वो पत्ते नहीं हम आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे
सूखे होंटों पे ही होती हैं मीठी बातें प्यास जब बुझ जाये तो लहजे बदल जाते हैं .....!!