जब भी चाहा सिर्फ तुम्हे चाहा पर कभी तुम से कुछ नही चाहा !!
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे !!
मिलने को तो दुनिया मे कई चेहरे मिले पर तुम सी मोहब्बत हम खुद से भी न कर पाये !!
इश्क़ का दस्तूर ही कुछ ऐसा हैजो इसे जान लेता है ये साला उसी की जान लेता है !!
लोग आपको गुलाब कहते है और जाने शबाब कहते है; आप जैसे हसीन चेहरे को हम खुदा की किताब कहते हैं !!
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे !!
मिलने को तो दुनिया मे कई चेहरे मिले पर तुम सी मोहब्बत हम खुद से भी न कर पाये !!
इश्क़ का दस्तूर ही कुछ ऐसा हैजो इसे जान लेता है ये साला उसी की जान लेता है !!
लोग आपको गुलाब कहते है और जाने शबाब कहते है; आप जैसे हसीन चेहरे को हम खुदा की किताब कहते हैं !!
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