दुआ करनी तो नहीं आती मगर यह इल्तिजाह है बस..
जहाँ साया भी तेरा हो वहां पर गम न आये.
Dua karni to nahi aati magar yahi litjaah hai bus,
jaha saaya bho tera ho vaha gham na aaye..
अगर फुर्सत के लम्हों मे तुम मुझे याद करते हो तो अब मत करना,
क्योकि मे तन्हा जरूर हुँ मगर फिजूल बिल्कुल नही..
जहाँ साया भी तेरा हो वहां पर गम न आये.
Dua karni to nahi aati magar yahi litjaah hai bus,
jaha saaya bho tera ho vaha gham na aaye..
अगर फुर्सत के लम्हों मे तुम मुझे याद करते हो तो अब मत करना,
क्योकि मे तन्हा जरूर हुँ मगर फिजूल बिल्कुल नही..
Agar fursat ke lamho me muje yaad karte ho to ab mat karna,
kyoki me tanha jarur hu magar fijul bilkul nahi..
कमियाँ तो बहुत है मुझमे, पर कोई निकाल कर तो देखे..
Kamiya to bahut hai mujme par koi nikal kar to dekhe..
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