March 25, 2016
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वो खुद पर गरूर करते है तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं,
जिन्हें हम चाहते है वो आम हो ही नहीं सकते..
Vo khud par gurur karte hai to isame herat ki koi baat nahi,
Jinhe hum chahte hai vo aam ho nahi sakte..

क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजारो थे..
Kyo na gurur karu me apne ap pe muje usane chaha jisake chahne vale hjaro the..

कुछ यूँ होगा बादशाहत का नज़राना हमारी कि,
पूरा शहर आएगा बंद आखें देखनी हमारी..
Kuch yuh hoga badshahat ka najrana humari ki,
pura shahar ayega bandh ankhe dekhani humari..

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