February 13, 2016
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तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है, आखरी सास तक तेरा इंतजार करू !

तेरा ज़िक्र..तेरी फिक्र ..तेरा एहसास...तेरा ख्याल..!!! तू खुदा नहीं ....फिर हर जगह मौज़ूद क्यूँ है...!!

खुदा ने जब इश्क़ बनाया होगा,.,., तो खुद आज़माया होगा,.,., हमारी तो औकात ही क्या है,.,., इस इश्क़ ने खुदा को भी रुलाया होगा !!

ना हीरो की तमन्ना है और ना परियों पे मरता हूँ . . . वो एक"भोली" सी लडकी हे जिसे मैं मोहब्बत करता हूँ !!

मोहब्बत यूँ ही किसी से हुआ नहीं करती...., अपना वजूद भूलाना पडता है,किसी को अपना बनाने के लिए...।

कभी इतना मत मुस्कुराना की नजर लग जाए जमाने की, हर आँख मेरी तरह मोहब्बत की नही होती....!!!

हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की, और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की, शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है, क्या ज़रूरत थी, तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की !!

बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे! बड़ी दुआओं से पाया है तुझे! तुझे भुलाने की सोचूं भी तो कैसे! किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे!

अगर इश्क़ करो तो अदब-ऐ-वफ़ा भी सीखो,यु दोस्त के रूम पर ले जाकर ठोकना मोहब्बत नही होती !!

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