प्रीतो: अरे तुम तो बहुत बहादुर हो। तुमने चोर को अकेले पकड़ कर पीट दिया।
जीतो: मुझे क्या पता था कि वो चोर है। मैंने तो सोचा कि मेरे पति हैं जो फिर शराब पीकर चोरी से घर में घुस आये हैं।
जीतो: आज मैं बहुत दया के मूड में थी। मैंने एक भिखारी को 500/- रुपये दे दिए।
प्रीतो: अरे वाह, यह तो सच में बहुत बड़ा दान किया। तुम्हारे पति ने कुछ नहीं कहा।
जीतो: वो बोले, 'धन्यवाद'। मैंने पैसे उन्हें ही तो दिए थे।
संता: ये तुम पिछले 3 घंटे से दरवाज़े पर खड़ी होकर किस से बातें कर रही थी?
जीतो: वो तो प्रीतो थी, बेचारी के पास अंदर आने के लिए समय ही नहीं था।
जीतो: मुझे क्या पता था कि वो चोर है। मैंने तो सोचा कि मेरे पति हैं जो फिर शराब पीकर चोरी से घर में घुस आये हैं।
जीतो: आज मैं बहुत दया के मूड में थी। मैंने एक भिखारी को 500/- रुपये दे दिए।
प्रीतो: अरे वाह, यह तो सच में बहुत बड़ा दान किया। तुम्हारे पति ने कुछ नहीं कहा।
जीतो: वो बोले, 'धन्यवाद'। मैंने पैसे उन्हें ही तो दिए थे।
संता: ये तुम पिछले 3 घंटे से दरवाज़े पर खड़ी होकर किस से बातें कर रही थी?
जीतो: वो तो प्रीतो थी, बेचारी के पास अंदर आने के लिए समय ही नहीं था।
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