कोई कह दे उनसे जाकर की छत पे ना जाया करे .. शहर मे बेवजह, ईद की तारीख बदल जाती है..!!
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता , कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर लेकिन हर कोई आप सब की तरह अनमोल नहीं होता !!!
एक दिन तुम्हे एहसास होगा कि क्या था मैं तुम्हारे लिए ! पर तब तक मैं तुम्हारी जिंदगी से बहुत दूर जा चुका हूँगा !!!
खूश्बु कैसे ना आये मेरी बातों से यारों, मैंने बरसों से एक ही फूल से जो मोहब्बत की है ।
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता , कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर लेकिन हर कोई आप सब की तरह अनमोल नहीं होता !!!
एक दिन तुम्हे एहसास होगा कि क्या था मैं तुम्हारे लिए ! पर तब तक मैं तुम्हारी जिंदगी से बहुत दूर जा चुका हूँगा !!!
खूश्बु कैसे ना आये मेरी बातों से यारों, मैंने बरसों से एक ही फूल से जो मोहब्बत की है ।
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