April 02, 2016
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परिसथिति एक ऐसी चीज है जो इऩसान को सबकुछ सीखा देती है, बचपन मे ही बड़ा बना देती है।

मुस्कुराने के बहाने जल्दी खोजो ,वरना जिन्दगी रुलाने के मौके तलाश लेगी !

क्या लिखूँ , अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तों , वो लोग ही बिछड़ गए , जो जिंदगी हुआ करते थे”

मुझे मौत का भय नहीं है; मैं तो बस उस वक़्त वहां होना नहीं चाहता.

जीवन हम जो चाहें उसे देने के लिए बाध्य नहीं है.

लंबी जिंदगी सब चाहते हैं, बूढ़ा होना कोई नहीं चाहता।

मौत जीवन का अंत करती है, रिश्ते का नहीं. 

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